मशहूर डायलॉग है-
जो डर गया समझो मर गया।
भारत में यह डायलॉग बहुत कामयाब हुआ, घर-घर में बच्चे इसे बोलते दिखाई दिये।
यह बात अलग है कि यहां बच्चा पैदा होते ही उसके साथ किए जानेवाले कुछ शुरुआती कामों में से एक ज़रुरी काम यह होता है कि बच्चे को कई चीज़ों से डराया जाता है, सबसे ज़्यादा भगवान से डराया जाता है।
ऐसे डरे हुए बच्चे जीते होंगे या डरते होंगे या कि बस .......
और आप ही तो गली-गली कहते फिरते हैं-
जो डर गया समझो मर गया।
-संजय ग्रोवर
15-09-2015
Labels : Moving Dead Bodies , Child-Victimization , Terror Of God , Forced Virtue , Dead-Live ,
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